हाँ, भारत संयुक्त राष्ट्र का सदस्य है। भारत 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) का संस्थापक सदस्य बना, जिस दिन द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद यूएन की आधिकारिक स्थापना हुई थी। भारत जून 1945 में सैन फ्रांसिस्को में यूएन चार्टर पर हस्ताक्षर करने वाले मूल 51 देशों में से एक था। भारत की यूएन सदस्यता के बारे में मुख्य बिंदु: 1. संस्थापक सदस्य: भारत संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल हस्ताक्षरकर्ताओं में से एक था और इसकी स्थापना के बाद से संगठन में एक सक्रिय भागीदार रहा है। 2. शांति स्थापना में योगदान: भारत संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक है, जिसने दुनिया भर के विभिन्न संघर्ष क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए हजारों सैनिकों और कर्मियों को भेजा है। 3. वैश्विक नीति में भूमिका: भारत ने यूएन में अंतर्राष्ट्रीय कानून, जलवायु नीति, उपनिवेशवाद और निरस्त्रीकरण बहस को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 4. संयुक्त राष्ट्र निकायों में सदस्यता: भारत कई प्रमुख संयुक्त राष्ट्र निकायों का नियमित सदस्य है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अस्थायी सदस्य के रूप में कई कार्यकालों तक सेवा कर चुका है - जिसमें 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92, 2011-12 और सबसे हाल ही में 2021-22 शामिल हैं। 5. स्थायी यूएनएससी सीट की मांग: भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट की वकालत करता रहा है, यह तर्क देते हुए कि इसकी बड़ी आबादी, बढ़ती अर्थव्यवस्था, लोकतांत्रिक शासन और संयुक्त राष्ट्र में योगदान स्थायी प्रतिनिधित्व की गारंटी देता है। निष्कर्ष: हां, भारत न केवल संयुक्त राष्ट्र का सदस्य है, बल्कि इसका संस्थापक सदस्य भी है और शांति स्थापना, मानवीय सहायता, सतत विकास और वैश्विक शासन सहित संयुक्त राष्ट्र के कामकाज के विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण और जिम्मेदार भूमिका निभाता रहा है।
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